TGT-PGT SYLLABUS
• भारतीय प्रागैतिहासिक चित्रकला के प्रमुख केंद्र :-
- o उत्तर प्रदेश :- मिर्जापुर, बांदा - मानिकपुर
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o मध्य प्रदेश :- पंचमढ़ी, होसंगाबाद, भीमबेटका, मन्दसौर, पहाड़ग़ढ़ आदि।
- o छत्तीसगढ़ :- सिंहनपुर
- o झारखण्ड :- चक्रधरपुर
- o आन्ध्र प्रदेश :- बिल्लासरंगम
- o कर्नाटक :- बेल्लारी
- o केरल :- वायनाड़ - एडकल आदि।
- o उतराखंड :- अलमोड़ा ( लखुदियार)
- o राजस्थान :- कोटा
• आद्यऐतिहासिक कला (सिंधुघाटी की कला या हड़प्पा कालीन कला) :–
स्थापत्य कला, मूर्तिकला, चित्रकला मृद्भाण कला, मुहरकला, वस्त्र निर्माण कला आदि।
• पाकिस्तान:- हड़प्पा, मोहनजोदड़ो, चन्हुदड़ों।
• अफगानिस्तान:- मुण्डीगाफ, शुर्तगुई।
• भारत:- राखीगढ़ी, बनावली, कालीबँगा, दैमाबाद, आलमगीरपुर, धौलावीरा, सुरकोटहा, लोथल, रंगपुर।
• वैदिक कला, साहित्य में कला की चर्चा :- (1500 ई०पू० से 600 ई०पू०)
वैदिक कला :- वेद, ब्राह्मण, आरण्यक, उपनिषद(वेदान्त)
• मध्यकालीन कला:- सल्तनत कालीन कला (8वीं-16वीं शताब्दी)
• मुगलकालीन कला:- बाबर, हुमांयू, अकबर, जहांगीर, शाहजहाँ, औरंगजेब
• पहाड़ी शैली:- गुलेर शैली, बसोहली शैली, कांगड़ा शैली, चम्बाशैली, मण्डी शैली, कुल्लू शैली, जम्मूशैली, कश्मीर शैली, पुच्छ शैली आदि।
• दक्षिण शैली:- बीजापुर, गोलकुण्डा, हैदराबाद।
** रणवीर सिंह बिष्ट, ललित मोहन सेन, जगन्नाथ मुरलीधर, आहिवासी, यज्ञेश्वर शुक्ल, रविशंकर राउल, शैलोज मुखर्जी, निकोलस रोरिक, जार्जकीट, वाल्टर लैंग हैमर आदि।
• कला का अर्थ, कला की परिभाषा, चित्रकला के छः अंग, कला के तत्व।
• सौन्दर्य शास्त्र तथा प्राचीन ग्रंथों में कला का वर्णन।
• संयोजन का सिद्धांत, परिप्रेक्ष्य माध्यम तकनीक तथा ग्राफिक कला।
• भारत में कला शिक्षा के प्रमुख केंद्र, कला दिर्घाए, कला संगठन, कला संग्रहालय।
• अफगानिस्तान:- मुण्डीगाफ, शुर्तगुई।
• भारत:- राखीगढ़ी, बनावली, कालीबँगा, दैमाबाद, आलमगीरपुर, धौलावीरा, सुरकोटहा, लोथल, रंगपुर।
• वैदिक कला, साहित्य में कला की चर्चा :- (1500 ई०पू० से 600 ई०पू०)
वैदिक कला :- वेद, ब्राह्मण, आरण्यक, उपनिषद(वेदान्त)
• बौद्ध तथा जैन धर्म
• मानव निर्मित ऐतिहासिक गुफा :-
जोगीमार, अजंता, एलोरा, बाघ, बादामी, सित्तानवासल, सिगिरिया, एलीफैन्टा, उदयगिरी गुफा, उदयगिरी खण्डगिरी गुफा, हाथी गुफा, भाजा गुफा, कार्लो गुफा, जुन्नार, नासिका, कन्हेरी गुफा आदि।• प्राकृत चित्रकला (प्राकृतिक चित्रकला या पोथी चित्रकला) :-
- o पाल शैली (पूर्वी शैली) :- बौद्ध धर्म से सम्बन्धित
- o जैन शैली (पश्चिमी शैली) :- पोथी चित्रण से सम्बन्धित
(पूर्व मध्यकालीन कला)
• भारतीय मूर्तिकला:- गांधार शैली, मथुरा शैली
• गुप्त कालीन कला (मन्दिर स्थापत्य)
• मुगलकालीन कला:- बाबर, हुमांयू, अकबर, जहांगीर, शाहजहाँ, औरंगजेब
•राजस्थानी कला (लघु चित्र शैली या मुगल समकालिन कला):-
- o मारवाड़ शैली:- जोधपुर, बीकानेर, किशनगढ़, अजमेर, नौगौर।
- o मेवाड़ शैली:- उदयपुर देवगढ़, नाथद्वार।
- o हाड़ौती शैली:- कोटा, बूदी, झलवाड़।
- o ढ़ुढ़ाड़ शैली:- जयपुर, अलवर, उनीयारा, शेखावटी आदि।
• पहाड़ी शैली:- गुलेर शैली, बसोहली शैली, कांगड़ा शैली, चम्बाशैली, मण्डी शैली, कुल्लू शैली, जम्मूशैली, कश्मीर शैली, पुच्छ शैली आदि।
• दक्षिण शैली:- बीजापुर, गोलकुण्डा, हैदराबाद।
• भारतीय आधुनिक लोककला:-
- o बंगाल की पटुआ कला
- o कालीघाट के पटचित्र
- o उड़ीसा के पट चित्र
- o नाथद्वारा के पटचित्र
- o मैसूर चित्रकला शैली
- o तंजौर चित्रकला शैली
• भारत में विदेशी चित्रकार
• कम्पनी शैली (पटना शैली)
• राजा रवि वर्मा
• भारत की परम्परागत शैली को पुनः स्थापित किया गया।
• बंगाल शैली / पुनरुत्थान शैली
• बंगाल के चित्रकार :-
ई०वी० हैवेल, अवनीन्द्र नाथ टैगोर, नन्दलाल बसु, असित कुमार हल्दार, क्षितिनद्रनाथ मजूमदार, शैलेन्द्र नाथ डे, देवी प्रसाद चौधरी, अब्दुर्र्हमान चुगताई, शारद चरण उकील, मुकुलचंद्र डे, सुधीर रंजन खास्तगीर के वेकेटप्पा, कनुदेसाई, समरेन्द्रनाथ गुप्त, शैलोज मुखर्जी, विनोद बिहारी मुखर्जी, रामकिंकर बैज आदि।• नूतन प्रवृत्ति के आधुनिक एवं समकालीन कलाकार:-
गगेन्द्र नाथ टैगोर, रवीन्द्रनाथ टैगोर, यामिनी रंजन राय, अमृता शेरगिल आदि।** रणवीर सिंह बिष्ट, ललित मोहन सेन, जगन्नाथ मुरलीधर, आहिवासी, यज्ञेश्वर शुक्ल, रविशंकर राउल, शैलोज मुखर्जी, निकोलस रोरिक, जार्जकीट, वाल्टर लैंग हैमर आदि।
• कलकत्ता ग्रुप (1943):-
प्रदोष दास गुप्ता, रथीनमित्रा, नीरद मजूमदार, परितोष सेन, गोपाल घोष, हेमंत मिश्रा, सुभो टैगोर, जैनुलआबेदीन।• पैगग्रुप (1947):-
एफ०एन०सूजा, एस०एच०रजा, कृष्णहवलाजी आरा, एम०एफ० हुसैन, सदानंद बाकरे, हरिअम्बादासगाड़े, कृष्णखन्ना, अकबर पदमसी आदि।• बाम्बे ग्रुप (1957):-
के०के० हब्बर, हरिअम्बादासगाड़े, एस०डी० छावड़ा, डी०जी० कुलकर्णी, वी०एस० गायतोण्डे, मोहन सावंत, एस०डी० पल्सीकर, बाबूराव सातवलेकर, एन०एस० बेंद्रे, सावावाल, श्यामबक्श छावड़ा तैयब मेहता, हरकिशन लाल, अम्बादास आदि।• दिल्ली शिल्प चक्र (25 मार्च 1949 दिल्ली) :-
के०एस० कुलकर्णी, भवेशचंद्र सान्याल, जयाअपासामी, यामिनी राय, कवल कृष्ण, देवयानी कृष्ण, राम कुमार वर्मा, रामेश्वर ब्रुटा, शंखो चौधरी, प्राणनाथ मांगो, सतीश गुजराल, अविनाश चन्द्र, कृष्ण लाल, विशम्भर खन्ना, जगमोहन चोपड़ा, अनुपसूद, दमयन्ती चावला।• ग्रप 1890 (1936 ई०) :-
जगदीश स्वामी नाथन, गुलाम मु० शेख, ज्योतिभट्ट, जेशम पटेल, एरिक बोवेन, हिम्मत शाह, अंबादसगाड़े, राघव कनेरिया, बालकृष्ण पटेल, राजेश मेहरा आदि।• चोलमण्डलम् (1966 ई०, मद्रास) :-
के०सी०एस० पन्निकर, पी०वी० जानकीराम, कन्हाईकुन्हीराम, सनथराजन, अनीता जैकब, पी०टी० रेड्डी, रंगास्वामी सारंगन, के०जी० सुब्रमण्यन, ए०रामचंद्रन नायर, हरिदासन्।• तुलिका ग्रुप (1958 उदयपुर) :-
प्रो०वी०वी० जान, परमानन्दचोयल, मोनीसांयाल, गोवर्धन लाल जोशी।• टखमण ग्रुप :-
- o ग्रुप 7 – 1958 ई०
- o ग्रुप 8 – 1967 ई०
- o ग्रुप 9 – 1960 ई०
- o अननोन ग्रुप – 1961 ई०
अन्य प्रमुख कलाकार
मंजीत बाबा, लक्ष्मण पै, कृष्णा रेड्डी, चिन्तामणिकर, भाऊसमर्थ, गोपाल मधुकर चतुर्वेदी, बालदत्त पाण्डेय, विकास भट्टाचार्य, विवान सुन्दरम्, संजय भट्टाचार्य, अर्पणा कौर, गुलाम रसूल संतोष, भूपेन खक्खर, शंखो चौधरी, सोमनाथ होर, महेंद्र पाण्ड्या, नागजी पटेल, मीरा मुखर्जी, मृणालिनी मुखर्जी, अनीस कपूर, रामवीसुतार, डॅा० श्याम बिहारी अग्रवाल, बद्रीनाथ आर्य, अतुल डोडिया, मदन लाल नागर, अवतार सिंह पवार, सुधीर पटवर्धन, डॅा० रेखा कक्कड़ कवल कृष्ण, हरिहर लाल मेढ, अवधेश मिश्र, नसरीन, बी०प्रभा, रामचन्द्र शुक्ल, अमिताभ दास, अमरनाथ सहगल, अनीश कपूर, अंजुम सिंह, कंचर चंदर, गीता कपूर, जय झरोटिया, ज्योत्सना भट्टा, ज्योतिभट्ट, जगमोहन चोपड़ा, बी०आर० खजुरिया आदि।उत्तर प्रदेश में कार्य करने वाले कलाकार
असित कुमार हल्दर, क्षितिन्द्र नाथ मजुमदार, वीरेश्वर सेन ललित मोहन सेन, सुधीर रंजन खास्तगीर, हरिहर लाल मेढ, डी०पी० धूलिया, प्रो० मदनलाल नागर, पो० रामचन्द्र शुक्ल, डॉ० जगदीश गुप्त, रणवीर सिंह विष्ट, नित्यानंद महापात्रा, बद्रीनाथ आर्य, डॉ० राम कुमार, जगन्नाथ मुरलीधर अहिवासी, अवतार सिंह पवार, श्रीधर महापात्रा, चमन सिंह चमन आदि।• राजस्थान के कलाकार :-
रामगोपाल विजय वर्गीय, भूरसिंह शेखावत, द्वारका प्रसाद शर्मा, सुरेश शर्मा, मोहन शर्मा, रवि साखलकर, देवकीनन्दन शर्मा, गोवर्धन लाल जोशी, कृपाल सिंह शेखावत आदि।• कला का अर्थ, कला की परिभाषा, चित्रकला के छः अंग, कला के तत्व।
• सौन्दर्य शास्त्र तथा प्राचीन ग्रंथों में कला का वर्णन।
• संयोजन का सिद्धांत, परिप्रेक्ष्य माध्यम तकनीक तथा ग्राफिक कला।
• भारत में कला शिक्षा के प्रमुख केंद्र, कला दिर्घाए, कला संगठन, कला संग्रहालय।
पाश्चात्य कला
यूरोपीय प्रागैतिहासिक कला के प्रमुख केंद्र
| उत्तरीय स्पेन | दक्षिणी फ्रांस |
|---|---|
| अल्तामीरा गुफा | लासको गुफा |
| कोगुल गुफा | नियाऊ गुफा |
| पिण्डाल गुफा | फान्ते-डे-गाम गुफा |
| त्रायफेयर्स | |
| लाकम्बरेली |
• मेसोपोटामिया की कला
• मिश्र की कला
• क्रीट की कला (यूनान की कला)
मध्य युगीन कला
• आरम्भिक ईसाई कला
• बाइजेन्टाइन कला
• रोमनस्क कला
• गोथिक कला