सुहानी और शौर्य की अधूरी प्रेम कहानी Love Story Of Suhani And Shaurya

सुहानी अपनी Mom के गले लग कर जोर-जोर से रोने लगी और रोते हुए अपने Mom से बोली की Mom वो कूद गया Mom उसे बचा लो। मैं उसके बिना नहीं जी पाऊँगी। Mom please Mom उसे बचा लो वो कूद गया Mom वो मेरे कहने पर कूद गया। ये सब मेरी गलती है। मैने उसे मार दिया Mom कुछ करो उसे ढूंढो वो मेरे लिए कूद गया। ये सब सुन उसकी Mom की आंखे भी भर आई। सुहानी की Mom सुहानी को बहुत समझाने की कोशिश करती हैं कि ये तुम्हारी गलती नहीं है, पर सुहानी जानती है कि उसने क्या कर दिया है। सुहानी रोते हुए अपनी Mom से कहती है कि Mom आखरी बार उसे बस मेरे लिए बचा लो। मैं आज के बाद आपसे कुछ नहीं मांगूँगी पर उसकी Mom भी जानती थीं कि अब बहुत देर हो चुकी है।
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सुहानी और शौर्य की अधूरी प्रेम कहानी

सुहानी एक बहुत पैसे वाली लड़की है, हर पैसे वाली लड़की की तरह वो भी पैसों का घमण्ड दिखाने में पिछे नहीं रहती थी। उसे लगता था कि वो हर चीज पैसों से खरीद सकती है, और उसका ऐसा सोचना गलत भी नहीं था क्योंकि आज जैसी दुनिया है। उसके हिसाब से तो सब कुछ पैसे से खरीदा जा सकता है। लेकिन वो बदल गयी तब, जब उसे प्यार हुआ।

सुहानी का बचपन ही ऐसे शुरू हुआ था कि उसने जो चाहा वो उसे मिल गया और तो और सुहानी खुद भी गुणों की खान से कम नहीं थी, वो बचपन से ही Bollywood का हिस्सा रही थी। उसने कभी गम देखा ही नहीं था, तो उसे खुशी का मोल कैसे पता चलता, उसने नफरत और धोखा भी नहीं देखा था तो उसे प्यार का मोल क्या पता चलता पर पैसा और प्यार उसके जीवन मे भर-भर के था। उसे प्यार करने वाली उसकी Mom थी नाना-नानी, मामा-मामी और तो और उसके ढेर सारे चाहने वालें थे जिनकी लिस्ट बहुत बड़ी है।
आज सुहानी Bollywood मे एक Top की Heroine है। लेकिन अब वो बदल चुकी है। आज सुहानी शौर्य नाम के लड़के से प्यार करती है, और शौर्य भी उसे बहुत प्यार करता है। सुहानी उससे कितना प्यार करती है। वो ये खुद नहीं जानती आज दोनों साथ रहते हैं। दोनों शादी भी करना चाहते हैं, पर कुछ ना कुछ समस्या हो ही जाती।

शौर्य सुहानी को कुछ ज्यादा ही प्यार करने लगा था धीरे-धीरे शौर्य का ये प्यार पागलपन का रूप लेने लगा था। शौर्य को डर था कि कहीं वो सुहानी को खो ना दे वो चाहता था कि सुहानी अपना सारा समय उसे दे पर ऐसा सम्भव नहीं था क्योंकि सुहानी की शौर्य के अलावा एक अलग Life थी जो उसे खुशी देती थी, पर सुहानी शौर्य को भी नहीं खोना चाहती थी। शौर्य का बरताव अब दिनों दिन बदलता जा रहा था और सुहानी इस बरताव को उसका पागलपन समझती पर वास्तव मे बात कुछ और ही थी। क्योंकि उसका प्यार अब इतना बढ़ चुका था कि सुहानी के बारे में अगर कोई कुछ भी कैह् देता तो वह गुस्से से पागल हो जाता और वो उसे इतनी बुरी तरह से मार देता की उसके हाँथ पाँव टूट जाते। शुरुआत में सुहानी को लगा की ये कोई छोटा मोटा झगड़ा होगा, पर शौर्य अब सुहानी के सेट पर भी ऐसे झगड़े करने लगा था पर सुहानी एक बार भी ये जानने की कोशिश नहीं करती कि शौर्य ऐसा बरताव क्यों कर रहा वो बस उसे समझाती की वो ऐसा कुछ ना करे जिससे उसे तकलीफ हो। अब सुहानी की Mom को ऐसा लगने लगा था कि शौर्य उनकी बेटी के Career को खत्म कर देगा। तो वे शौर्य को ऐसे मामलों मे थोड़ा और फंसे रहने देती थी कि वह कुछ दिन जेल से बाहर ही ना आए। उधर सुहानी बेचैन हो जाती और वह शौर्य को बाहर निकालने के लिए पूरा जोर लगा देती। किसी तरह जब शौर्य जेल से छूटता तो वह सबसे पहले सुहानी के पास जाता। सुहानी भी उसे इस डर से साथ रखती की कहीं वह फिर कोई ऐसी गलती ना कर दे। सुहानी का नाम शौर्य से जुड़ कर बहुत खराब होने लगा था, पर सुहानी को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता था लेकिन इस बात से उसकी Mom को फर्क पड़ता था और इस बात को लेकर कभी-कभी सुहानी और उसकी Mom के बीच छोटी नोक-झोंक भी हो जाती।
इधर कुछ ही दिन सुहानी के शौर्य के साथ प्यार भरे बीते ही थे कि एक दिन शौर्य ने सुहानी के Director के मुँह से सुहानी के लिए कुछ ऐसे शब्द सुन लिए की उससे बात बर्दाश ना हुई और उसने Director को बुरी तरह से मारना शुरू कर दिया। Director अद्धमरे हालत में हो चुका था, फिर भी शौर्य पागलों की तरह उसे मारे जा रहा था। तब उसे रोकने के लिए सुहानी और बहुत सारे लोग आये। सुहानी ने उसे रुकने को कहा पर वह गुस्से से पागल हुए जा रहा था। उसने Director को जान से मारने की जिद पकड़ ली थी। तभी सुहानी ने उसे एक जोरदार चांटा मारा ये पहली बार था जब सुहानी ने उसे चांटा मारा था। तब वो शांत हो गया और सुहानी ने रोते हुए उसे वहाँ से जाने को कैह दिया।

तब वो वहाँ से चला गया पर Director ने शौर्य को जेल भिजवा दिया और सुहानी से उसकी Picture भी छिन ली। सुहानी को लगा की शौर्य की वजह से उसके Career पर सच में असर पड़ रहा है, और उसे अपने Mom की बातें याद आने लगी लेकिन सुहानी अब भी उसे लेकर परेशान थी, पर इस बार थोड़ी ज्यादा परेशान थी। क्योंकि उसे लगने लगा था कि ये सब जो उसके साथ हो रहा है। वह उसकी वजह से हो रहा है। क्योंकि इस बार वो बहुत ज्यादा बुरी तरह से फँस चुका था। सुहानी उसे बचाने का प्रयास करती रही पर कोई बात नहीं बन रही थी। एक दिन सुहानी उससे मिलने जेल पहुंची उसने उसकी हालत देखी तो उससे वो देखा ही नहीं जा रहा था वो जोर-जोर से रोने लगी अब शौर्य को सुहानी का रोता नहीं देखा गया वो उसे शांत कराने को जैसे ही उठा वो लड़खड़ा के गिर गया उसकी आंखे भी सूजी हुई थी। सुहानी रोते हुए अपने घर आ गई और उसने अपनी Mom के गले लग कर अपनी Mom से कहा की Mom उसे बचा लो। मै उसे ऐसे नहीं देख सकती Mom आप उसे इस बार बचा लो आप जो बोलोगी मै अब वही करूंगी। बस इस बार उसे बचा लो क्योंकि सुहानी जानती थी कि उसे उसकी Mom के अलावाँ और कोई नहीं बचा सकता। तब उसकी Mom ने सुहानी से कहा ठीक है। मैं उसे बचा तो दूँगी पर तुम्हें उसे छोड़ना होगा। तब सुहानी ने कुछ देर सोचते हुए हाँ कर दिया। तब उसकी Mom ने किसी तरह उसे छुड़ा कर सब कुछ ठीक किया और वो जेल से छूटते ही सुहानी से मिलने गया। तो उसकी Mom ने उसे घर से बाहर निकलवा दिया और बोला की सुहानी तुमसे नहीं मिलना चाहती है।

शौर्य को लगा की सुहानी इस बार बहुत नाराज है। इस लिए वो ऐसा कर रही है, पर उसने सुहानी से मिलने की जिद नहीं छोड़ी थी सुहानी जहाँ जाती वह उससे पहले ही वहाँ पहुँच जाता और वो तब तक वहाँ सुहानी का इंतजार करता जब तक सुहानी वहाँ से चली नहीं जाती वास्तव में सुहानी की नजरें भी आते जाते उसे ही देखती उसे बहुत बुरा लग रहा था कि वो उसके इंतजार में ऐसे भूखा बाहर खड़ा रहे। तो एक दिन सुहानी ने उसके लिए खाना भेजा। उसे लगा कोई उसे खाना भीख दे रहा तो उसने खाना लेने से मना कर दिया। तभी उस आदमी ने कहा ये खाना सुहानी Madam ने भेजा है। तो उसने तुरंत उस खाने को ले लिया और उसे खा लिया। आज सुहानी ने उसे मिलने को बुलाया और बोला की तुम मुझे छोड़ दो मै थक चुकी हूँ, अब और नहीं मेरा पीछा मत करो। सुहानी की बातें सुन कर शौर्य की आँखें भर जाती है, और वह सुहानी का हाँथ पकड़ के खुद को माफ करने के लिए कहता है, पर सुहानी कुछ सुनने को तैयार नहीं होती और वहाँ से चली जाती है।

शौर्य आज तो पूरी तरह टूट गया था उसने आज जी भर के शराब पी ली और वो नशे में सुहानी के घर गया और हंगामा करने लगा। सुहानी कमरे में बस चुप चाप रोए जा रही थी। बहुत हंगामा होने के बाद सुहानी की Mom ने Guard को बुला के कहा इसे बाहर ले जा के छोड़ दो, Guard उसे बाहर ले जा रहे थे। तभी इसी हाँथा पाई मे Guard ने उसके सिर पे दण्डा मार दिया। ज्यादा हंगामा होने पर जब सुहानी ने खिड़की से नीचे देखा तो वह देखती है, की शौर्य Guard से लड़े जा रहा था। उसने देखा कि शौर्य के सिर से खून आ रहा था, फिर भी वो Guard से लड़े जा रहा है। ये सब होते देख सुहानी से अब रहा नहीं गया तो वह रोते हुए दौड़ के नीचे आई और उसने Guard को रोका और वह शौर्य के गले लग कर जोर-जोर से रोने लगती है, और वह शौर्य से कहती है कि अब बस करो। अब सुहानी उसे इस हालत में देख कर उसे अकेला नहीं छोड़ना चाहती थी, तो सुहानी उसे अपने घर ले गयी। उसने Doctor को फोन कर के बुलाया और उसके बाद Doctor ने उसकी पट्टी की और चला गया। लेकिन आज सुहानी की Mom ने भी कुछ नहीं बोला वो समझ गयी थीं कि सुहानी तकलीफ में है।

सुहानी आज उसके एक हाँथ को पकड़ कर आधी रात तक जागती रही और वो बस उसे देखती रही जब उसे नींद आने लगी तो वो उसके बाहों में ही सो गयी। फिर जब सुबह नींद खुली तो शौर्य ने सुहानी को महसूस किया उसने देखा की सुहानी उसकी बाहों में सो रही है। उसने सुहानी को कस के जकड़ लिया। सुहानी भी जग चुकी थी। उसने भी गहरी साँस लेते हुए उसे गले लगा लिया था दोनों ने काफी समय बाद एक दूसरे को गले लगाया था। दोनों एक दूसरे को Kiss करने लगते हैं और धीरे-धीरे दोनों एक दूसरे के प्यार में डूबने लगते हैं सुहानी भी आज खुद को रोकना नहीं चाहती थी क्योंकि आज उसने सोचा की अगर उनका एक बच्चा हो जाए तो शायद शौर्य बदल जाए दोनों प्यार मे डूब के एक दूसरे के हो जाते हैं।
अब हालात ये थे की शौर्य कहीं जाता लोग उसे बुरा भला कैह् देते और कहीं-कहीं लोग सुहानी को लेकर भी कुछ बोल देते तो उसका झगड़ा हो जाता इसी वजह से सुहानी और उसके बीच फिर दूरियाँ बढ़ने लगी थी। सुहानी को लगने लगा था कि जब वह उससे दूर रही थी। तब उसके साथ ऐसा कुछ नहीं हो रहा था अब सुहानी ने उससे दूर रहने का फैसला कर लिया था।

तभी एक दिन शौर्य को पता चला की सुहानी Pregnant है। तो वह उससे मिलने गया पर सुहानी की Mom ने उसे मिलने नहीं दिया। उसने सुहानी की Mom से पूछा कि क्या सुहानी Pregnant है। तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। उसने फिर पूछा क्या ये बच्चा मेरा है। तो उसकी Mom ने कहा 'नहीं' और उसे बाहर निकलवा दिया। बहुत कोशिश करने के बाद वह एक दिन सुहानी से मिला, फिर उसने सुहानी से पूछा कि क्या ये बच्चा हमारा है। ये सब सुनके सुहानी को अब बहुत गुस्सा आ रहा था तो उसने गुस्से मे कैह् दिया की नहीं ये बच्चा तुम्हारा नहीं है। ये बच्चा मेरा है। इसी तरह कई बार पूछने पर सुहानी का जवाब नहीं बदला लेकिन शौर्य को ये पता था कि ये बच्चा उसी का है। बस वह ये बात सुहानी से जानना चाहता था। तो उसने उस Doctor को धमकाया, जिसके पास सुहानी Checkup के लिए जाती थी। शौर्य ने सुहानी के Doctor से कहा कि आप सुहानी के बच्चे का DNA Test करें और मुझे बतायें कि ये बच्चा मेरा है, या नहीं Doctor ने ऐसा ही किया Checkup के बाद Doctor ने उससे कहा कि ये बच्चा तुम्हारा ही है। ये सब सुहानी ने सुन लिया तब सुहानी की आँखें भर आई और उसने गुस्से में शौर्य को एक चांटा मारा और रोते हुए कहा कि तुम्हें अभी भी सक था कि ये बच्चा हमारा नहीं वह जोर-जोर से रोने लगी और वो रोते हुए अपनी Mom के साथ घर चली गई। इधर शौर्य इस बात को सुन कर खुश था कि ये बच्चा उसका है। वो सुहानी से मिलने उसके घर जाता है, पर उसकी Mom उसे मिलने नहीं देती। तब शौर्य और उसकी Mom में थोड़ी झड़प भी होती है। ये सब सुन कर सुहानी से रहा नहीं जाता वो बाहर आकर उसे एक थपड़ मार देती है, और रोते हुए कहती है कि तुम चले जाओ और मुझसे अब कभी मत मिलना शौर्य उसे समझाने की कोशिश तो करता है, पर सुहानी अब कुछ भी सुनने को तैयार ना थी। उसने शौर्य से कहा की तुम बस अब यहाँ से चले जाओ।

उस दिन के बाद से शौर्य रोज सुहानी से मिलने के लिए प्रयास करता रहा पर सुहानी अब कुछ सुनने को तैयार ना थी। उसने अपनी Mom के कहने पर शादी करने का मन बना लिया था। जो उसे और उसके बच्चे को अपना ले। सुहानी की Mom ने ऐसा लड़का ढूंढ लिया था और एक दिन एक Marriage Hall मे उनकी सगाई रखी गई। उस दिन सुहानी अपनी नानी के साथ Marriage Hall जाने वाली थी, तो शौर्य Driver को हटा कर खुद Driver वाली सीट पर बैठ गया और कुछ दूर जाने के बाद उसने सुहानी से कहा देखो सुहानी मेरी बात सुनो, सुहानी उसे देख कर गुस्से से भर गई और बोली की मुझे कुछ नहीं सुनना गाड़ी रोको बस, तो शौर्य ने गाड़ी सड़क के किनारे रोक दी पर सुहानी कुछ सुनने को तैयार ही नहीं थी। तो शौर्य को गुस्सा आने लगा, सुहानी को लगा कि शौर्य गुस्से में कहीं कुछ कर न दे। तो वो चुप हो गई फिर शौर्य नानी को वहीं उतार के उन्हे घर जाने को बोल देता है। शायद नानी भी उन्हे अलग नहीं होने देना चाहती थीं। फिर शौर्य सुहानी को समन्दर के किनारे ले गया जहाँ कुछ Boat’s खड़ी थी तो उसने सुहानी से उसमे चलने को कहा तो सुहानी ने मना कर दिया। तब शौर्य ने उसे जबरदस्ती Boat में बिठाया और Boat Start कर दी। वे कहाँ जा रहे थे ये उन्हे भी नहीं पता था। उधर सुहानी की Mom पुलिस लेकर सुहानी को चारों तरफ ढूंढ रही थी। क्योंकि उन्हे पता चल चुका था कि शौर्य सुहानी को समन्दर में ले गया है, पर कहाँ ये किसी को भी नहीं पता था। इधर शौर्य और सुहानी काफी देर समन्दर में सफर करने के बाद एक I Land पर पहुँच गए थे सुहानी I Land पर उतरते ही उसे धक्का दे कर ऊपर पहाड़ पर भागने लगी। तो शौर्य भी उसके पीछे दौड़ा पर वो रुकने को तैयार ही नहीं हो रही थी। अंत में वो पहाड़ की आखिर तक जा कर थक के रोने लगती है। तब शौर्य उसके पास जा के उसके गले लग के उसे शांत कराने की कोशिश तो करता है, पर सुहानी रोए जाती है। शौर्य समझ चुका था कि शायद उसने अब सुहानी का दिल कुछ ज्यादा ही दुखा दिया है। सुहानी बस शौर्य के गले लग कर रोती रही कुछ देर बाद उसने शौर्य को खुद से छुड़ाते हुए कहा कि भगवान के लिए अगर तुम मुझसे सच मे प्यार करते हो, तो मुझे छोड़ दो क्योंकि मै तंग आ गई हूँ तुमसे और अब मै तुमसे प्यार नहीं करती तो बस मुझे अकेला छोड़ दो। इधर तो शौर्य की जैसे दुनिया ही छिन गई क्योंकि शौर्य उससे बहुत ज्यादा प्यार करता था। उससे ऐसा सुन कर उसके हाँथ पैर सुन्न से पड़ गए थे। इधर शौर्य ने अब एक बहुत बड़ा फैसला ले लिया था। तभी अचानक समन्दर में कुछ गिरने की आवाज आती है। तो सुहानी पीछे मुड़ कर देखती है, तो शौर्य वहाँ नहीं होता है। उसे समझने में देर नहीं होती और वह समझ चुकी होती है कि वह कूद गया पर उसका दिल ये मानने को तैयार नहीं हुआ।

अब सुहानी रोते हुए बस एक-टक समन्दर को ही देखती रहती है, और कुछ ही देर बाद सुहानी की Mom वहाँ आ जाती हैं। क्योंकि शौर्य ने सुहानी की Mom को अपना Location भेज कर अपना Phone वहीं छोड़ दिया था। जब सुहानी की Mom सुहानी के पास गई। तब सुहानी अपनी Mom के गले लग कर जोर-जोर से रोने लगी और रोते हुए अपने Mom से बोली की Mom वो कूद गया Mom उसे बचा लो। मैं उसके बिना नहीं जी पाऊँगी। Mom please Mom उसे बचा लो वो कूद गया Mom वो मेरे कहने पर कूद गया। ये सब मेरी गलती है। मैने उसे मार दिया Mom कुछ करो उसे ढूंढो वो मेरे लिए कूद गया। ये सब सुन उसकी Mom की आंखे भी भर आई। सुहानी की Mom सुहानी को बहुत समझाने की कोशिश करती हैं कि ये तुम्हारी गलती नहीं है, पर सुहानी जानती है कि उसने क्या कर दिया है। सुहानी रोते हुए अपनी Mom से कहती है कि Mom आखरी बार उसे बस मेरे लिए बचा लो। मैं आज के बाद आपसे कुछ नहीं मांगूँगी पर उसकी Mom भी जानती थीं कि अब बहुत देर हो चुकी है।........

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उसने कुछ यूं तड़प के पुकारा था मुझे।
कि मुझे लगा ऐ गालिब ये क्या कर दिया हमने।
जिसे खुदा मान कर प्यार का दावा किया था हमने।
आज एक बार फिर उसकी आंखों में आँशु भर दिया हमने।

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लेखक :- शुभम कुमार यादव


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